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ऋषभ शेट्टी के 12 करोड़ के घर का बाहरी नज़ारा |
ऋषभ शेट्टी का 12 करोड़ का शानदार घर – जहाँ परंपरा और ‘कांतारा’ तकनीक का अनोखा मेल है
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसे सितारे हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और टैलेंट से लाखों-करोड़ों लोगों का दिल जीता है। इन्हीं में से एक नाम है ऋषभ शेट्टी का, जिन्होंने फिल्म “कांतारा” से न सिर्फ़ कन्नड़ सिनेमा बल्कि पूरे भारत में अपनी अलग पहचान बनाई। ऋषभ शेट्टी ने अपनी मेहनत से जो मुकाम हासिल किया है, उसका अंदाज़ा उनके नए 12 करोड़ रुपए के आलीशान घर से लगाया जा सकता है।
यह घर सिर्फ़ एक "लक्ज़री मेंशन" नहीं है, बल्कि यह परंपरा, संस्कृति और आधुनिक तकनीक का संगम है। आइए अंदर से जानते हैं ऋषभ शेट्टी के घर की खूबसूरती और ख़ासियतें।
कांतारा जैसी पहचान, घर में भी झलकती है
फिल्म “कांतारा” में ऋषभ शेट्टी ने लोक संस्कृति, परंपरा और प्रकृति को दिखाया था। ठीक उसी तरह उनके घर की डिज़ाइन और इंटीरियर भी परंपरा की झलक देता है।
1. घर की वास्तुकला पारंपरिक दक्षिण भारतीय शैली पर आधारित है।
2. लकड़ी के नक्काशीदार दरवाजे, झरोखे और मंदिर जैसा आंगन इस घर को खास बनाते हैं।
3. हर कोने में प्राकृतिक तत्वों का ध्यान रखा गया है, ताकि घर आधुनिक होते हुए भी भारतीयता से जुड़ा रहे।
12 करोड़ का आलीशान मेंशन
बेंगलुरु के पॉश इलाके में बना यह घर लगभग 12 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है।
1. घर का कुल एरिया हज़ारों स्क्वायर फीट में फैला हुआ है।
2. इसमें एक बड़ा सा लिविंग रूम, कई बेडरूम, गेस्ट रूम और एक होम थिएटर भी है।
3. हर रूम को अलग-अलग थीम पर सजाया गया है।
इंटीरियर – लक्ज़री और परंपरा का संतुलन
घर के अंदरूनी हिस्से को देखकर यही लगता है कि ऋषभ शेट्टी को अपनी संस्कृति से गहरा लगाव है।
1. लिविंग रूम में लकड़ी के हैंडक्राफ्टेड फर्नीचर लगे हुए हैं।
2. दीवारों पर पारंपरिक कर्नाटक की कलाकृतियाँ और कांतारा फिल्म से प्रेरित पेंटिंग्स लगी हैं।
3. मंदिर जैसी सजावट वाला पूजा घर (पुजाघर) घर की सबसे पवित्र और खूबसूरत जगह है।
टेक्नोलॉजी का जबरदस्त इस्तेमाल
भले ही घर की डिज़ाइन पारंपरिक हो, लेकिन इसमें “कांतारा टेक्नोलॉजी” का आधुनिक रूप दिखता है।
1. पूरे घर में स्मार्ट होम सिस्टम लगा है – लाइट्स, एसी और सुरक्षा कैमरे मोबाइल से कंट्रोल होते हैं।
2. होम थिएटर में 3D साउंड और नवीनतम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है।
3. घर के बगीचे में सोलर पैनल लगे हैं ताकि बिजली की बचत हो।
आउटडोर एरिया – प्रकृति से जुड़ाव
घर का बाहरी हिस्सा भी उतना ही शानदार है।
1. गार्डन एरिया में हरे-भरे पौधे, छोटे-छोटे फव्वारे और मेडिटेशन कॉर्नर बनाए गए हैं।
2. स्विमिंग पूल और आउटडोर बैठने की जगह घर की लक्ज़री बढ़ाते हैं।
3. यहाँ पर ऋषभ अक्सर परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं।
परिवार के साथ खुशियों का ठिकाना
ऋषभ शेट्टी का कहना है कि यह घर सिर्फ़ "स्टेटस सिंबल" नहीं बल्कि परिवार के साथ जीने का एक आशियाना है।
1. उनकी पत्नी और बच्चों को ध्यान में रखते हुए घर में बच्चों के खेलने की जगह और सुरक्षित ओपन स्पेस बनाए गए हैं।
2. परिवार का हर सदस्य अपने हिसाब से घर के किसी कोने में आराम कर सकता है।
फैंस के लिए प्रेरणा
ऋषभ शेट्टी का यह घर उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो मानते हैं कि सफलता और परंपरा साथ-साथ चल सकती हैं।
1. जहाँ लोग लक्ज़री घरों में सिर्फ़ चमक-धमक पर ध्यान देते हैं, वहीं ऋषभ ने इसमें भारतीय संस्कृति का भी सम्मान किया है।
2. उनका मानना है कि “जड़ों से जुड़े बिना ऊँचाई हासिल करना अधूरा है।”
निष्कर्ष
ऋषभ शेट्टी का 12 करोड़ का आलीशान घर इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि इंसान चाहें कितनी भी सफलता हासिल कर ले, परंपरा और संस्कृति को अगर जीवन में बनाए रखा जाए तो वह जीवन और भी खास बन जाता है।
यह घर न सिर्फ़ लक्ज़री और तकनीक का मेल है बल्कि यह एक “कहानी” भी है – मेहनत, सपनों और भारतीय जड़ों से जुड़ाव की।
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